एक ख्वाहिश थी । 🤍

एक ख्वाहिश सी हुआ करती थी,एक ख्वाहिश सी हुआ करती थी, किसी के साथ होने की किसी के पास होने की किसी को अपना कहने की किसी को अपना मानने की एक ख्वाहिश सी हुआ करती थी, जिसका हर घड़ी इंतजार करते ना थकने की फिर भी हर काम के बीच भी याद करने कीContinue reading “एक ख्वाहिश थी । 🤍”

वक़्त रहते वक़्त देदे ।।

कुछ दिन जिंदगी बहुत इम्तेहान लेती हैकुछ दिन सफर में सब कुछ धुँधला नज़र आताकुछ दिन हम इस कदर भटक जातेकुछ दिन हम अपनी पहचान नहीं कर पातेकुछ दिन हम हर उम्मीद खो देते हैं। उन् कुछ दिनों में ही हम अपनों की जरूरत महसूस करते हैं पर मेहनत व्यर्थ नहीं जाया करतीपर बुरा वक़्तContinue reading “वक़्त रहते वक़्त देदे ।।”